कैसा हो गया यह जनतंत्र,
कहा गये जन, कैसे अलग हो गया यह तंत्र,
बदल गयी सारी परिभाषाए ,
अमीरों के हाथ में अब यह तंत्र है !
इस जन तंत्र में जनता है कहा,
आज भी झोपड़ियो में है पड़ी ,
जनता के प्रतिनिधि करते यहा राज है,
जनता की ही बात सुनने को ही वक्त नही !
आते है वोटो के लिए ,
उसके बाद जनता से ही मतलब नही,
कैसा हो गया यह जनतंत्र,
कहा गये जन कैसे अलग हो गया यह तंत्र !
घूस के बिना होता न कोई काम है,
हर तरफ धोखा-धड़ी घोटालो का नाम है,
इस तंत्र की विगड़ रही सारी ब्यवस्था,
गरीबो का रहा कहा यह जनतंत्र है !
कोई खाता रोज इमरती,
कोई सुखी रोटी को बेहाल है,
किसी के पास सौ - सौ कारो का अम्बार है,
इस जनतंत्र की महिमा अपार है !
निवेदन - अगर आप को ये पोस्ट अच्छा लगा हो तो आप हमे comment के माध्यम से जरुर बताये ! दोस्तों आप से उम्मीद करता हु कि इस blog को आप सभी follow/join करेगे ! Join कर हमे अपना सहयोग दे ! Facebook Friends आप Facebook पर Comment कर सकते है !
अगर आप कोई पोस्ट हमसे Share करना चाहते है तो भेजे हमारा Email id - bindasspost.in@gmail.com पर लिख भेजे अच्छा लगने पे आपके Post को आप के Name के साथ Publish की जाएगी
हमे अपना सहयोग से जिससे और भी अच्छे पोस्ट मै Send कर सकू !
"जय हिन्द जय भारत "
आप अपने सुझाव हमें जरुर दे ....
आप के हर सुझाव का हम दिल से स्वागत करते है !!!!! ConversionConversion EmoticonEmoticon